Friday, October 23, 2009

पापा जल्दी आओ

मेरे पापा दूर गए हैं इलाहाबाद ब्लॉगिंग की मीटिंग में ! मैं उनकी याद में तीन बार रो चुकी हूं ! वैसे मैंने उनके लिए आई मिस यू का कार्ड भी बनाया है पर मम्मी उसे स्कैन करके उन्हें भेज नहीं पाई तो मैंने उनसे ये चिट्ठी लिखवाई है ! ताकी पापा तक मेरी बात पहुंच सके ! आज मेरे स्कूल में वेस्ट मैटीरियल से कैप बनाने का कंपिटीशन भी था ! उसके लिए मैंने तैयारी भी की थी ! पर रात को खेलते खेलते मेरे ऊपर टीवी और उसकी ट्राली गिर गई ! मैं उसके नीचे से भागी भी फिर भी मेरी कमर और सिर पर वह लग गई ! मैं दर्द से बहुत रोई और मुझे पापा की याद आई ! पर पापा नहीं आ सकते थे क्योंकि इलाहाबाद दिल्ली से बहुत दूर है ! आज मैं स्कूल भी नहीं गई ! आज शायद मैं घर पर ही कैप बनाउं और उसकी फोटो आपको दिखाऊं ! पापा आप जल्दी आ जाओ ! आज ही !

2 comments:

दिनेशराय द्विवेदी said...

ये गलत बात है पापा को बुलाने को टीवी और ट्राली ही गिरा दी। वे बाहर गए तो जिम्मेदारी से रहना था ना!

Anupam Pachauri said...

kya Mish, itna bada kaand ker dala!